गुप्त नवरात्रि 2025

वर्ष में 4 नवरात्रि आती है जिनमें 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं। जिसमें एक गुप्त-नवरात्रि शुरू हो रही है 30 जनवरी 2025 से। माघ नवरात्रि, जिसे गुप्त नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है, नौ दिनों की होती है जो शक्ति या माँ देवी के नौ रूपों को समर्पित है। यह जनवरी या फरवरी … Read more

सरस्वती देवी स्तोत्र

ब्रह्मवैवर्तपुराण के अध्याय 5 में देवी सरस्वती का स्तोत्र वर्णित है जो कि इस प्रकार है: ऋषिप्रवर भगवान् नारायण कहते हैं – नारद! सरस्वती देवी का स्तोत्र सुनो, जिससे सम्पूर्ण मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं। प्राचीन समय की बात है – याज्ञवल्क्य नाम से प्रसिद्ध एक महामुनि थे। उन्होंने उसी स्तोत्र से भगवती सरस्वती की … Read more

श्रीकृष्ण के कितने पुत्र थे

अग्निपुराण के 276वें अध्याय के अनुसार महर्षि कश्यप वसुदेव के रूप में अवतीर्ण हुए थे और नारियों में श्रेष्ठ अदिति का देवकी के रूप में प्राकट्य हुआ था। वसुदेव और देवकी से भगवान् श्रीकृष्ण का प्रादुर्भाव हुआ। वे बड़े तपस्वी थे। धर्म की रक्षा, अधर्म का नाश, देवता आदि का पालन तथा दैत्य आदि का … Read more

पुत्र प्राप्ति व्रत

वराह पुराण के अनुसार अध्याय 64 के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की जो अष्टमी तिथि में भगवान् श्रीहरि की पूजा का विधान है। मन में ऐसी भावना करे कि भगवान् नारायण कृष्णरूप धारण करके माता की गोद में बैठे हैं। माताओं का समुदाय उनकी सब ओर से शोभा दे रहा है। अष्टमी की प्रातःकालीन … Read more

मंदिर (देवालय) बनाने के फ़ायदे

अग्नि पुराण के 38वें अध्याय के अनुसार जो मनुष्य देवता के लिए मंदिर-जलाशय आदि के निर्माण कराने की इच्छा करता है, उसका वह शुभ संकल्प ही उसके हजारों जन्मों के पापों का नाश कर देता है। जो मन से भावनाद्वारा भी मंदिर का निर्माण करते हैं, उनके सैकड़ों जन्मों के पापों का नाश हो जाता … Read more

माँ दुर्गा के षोडश (16) नाम

ब्रह्मवैवर्त पुराण के प्रकृतिखण्ड के 43वें अध्याय के अनुसार वेद की कौथुमी शाखा में माँ दुर्गा के 16 नामों का वर्णन है जो कि इस प्रकार हैं: दुर्गा, नारायणी, ईशाना, विष्णुमाया, शिवा, सती, नित्या, भगवती, सर्वाणी, सर्वमंगला, अम्बिका, गौरी, पार्वती, सनातनी। दुर्गा – दुर्ग+आ। दुर्ग शब्द दैत्य, महाविघ्न, भवबंधन, कर्म, शोक, दुःख, नरक, यमदंड, जन्म, … Read more

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